भूगोल की शाखाएँ / Branches of Geography

भूगोल की शाखाएँ

भूगोल की शाखाएँ / Branches of Geography के इस लेख के अंतर्गत भूगोल के अध्ययन को दो प्रमुख भागो में विभाजित किया जा सकता है.

  1. विषय वस्तुगत (क्रमबद्ध) – इसके अंतर्गत एक तथ्य का पूर्वे विश्वस्तर पर अध्ययन किया जाता है और उसके बाद क्षेत्रीय स्वरुप के वर्गीकृत प्रकारों की पहचान की जाती है.
  2. प्रादेशिक – इसके अंतर्गत विश्व को विभिन्न पदानुक्रमिक स्तर के प्रदेशो में विभक्त किया जाता है और फिर एक विशेष प्रदेश में सभी भौगोलिक तथ्यो का अध्ययन किया जाता है.

भौतिक भूगोल

भू-आकृति विज्ञान

भू-आकृति विज्ञान को अंंग्रेजी में Geomorphology कहते है, जो की एक ग्रीक शब्द से बना है. यह विज्ञान भू-आकृतियों, उनके क्रम विकास एवं संबंधित प्रक्रियाओं का अध्ययन करता है.

जलवायु विज्ञान

इसके अंतर्गत वायुमंडल की संरचना, मौसम तथा जलवायु के तत्व, जलवायु के प्रकार तथा जलवायु प्रदेशो का अध्ययन किया जाता है.

मौसम: वायुमंडलीय दशाओं जैसे तापमान, वायुदाब, पवन आर्दता, वर्षा, दृश्यता आदि के किसी स्थान विशेष में निश्चित समय के अंतर्गत अल्पकालीन विभिन्नताओंं को ‘मौसम’ कहते है.

जल विज्ञान

यह विज्ञान धरातल के जल परिमंडल (समुद्र, नदी, झील तथा अन्य जलाशय) तथा मानव सहित विभिन्न प्रकार के जीवों एवं उनके कार्यो पर प्रभाव का अध्ययन करता है.

जल मंडल: पृथ्वी के 70.8% सागरीय जल से आवृत भाग को जल मंडल कहते है.

मृदा भूगोल

यह भूगोल मिट्टी निर्माण की प्रकियाओं, मिट्टी के प्रकार, उनका उत्पादकता स्तर, वितरण एवं उपयोग आदि का अध्ययन करता है.

मानव भूगोल

सामाजिक / सांस्कृतिक भूगोल

इस भूगोल के अंतर्गत समाज तथा इसकी स्थानिक / प्रादेशिक गत्यात्मकता एवं समाज के योगदान से निर्मित सांस्कृतिक तत्वों का अध्ययन किया जाता है.

जनसंख्या और अधिवास भूगोल

यह ग्रामीण तथा नगरीय क्षेत्रों में जनसंख्या वृद्धि, उसका वितरण, घनत्व, लिंग-अनुपात, प्रवास और व्यावसायिक संरचना आदि का अध्ययन करता है.

अधिवास भूगो ग्रामीण तथा नगरीय अधिवासों के वितरण प्रारुप तथा अन्य विशेषताओं का अध्ययन करता है.

आर्थिक भूगोल

यह भूगोल मानव की आर्थिक क्रियाओ (कृषि, उद्योग, पर्यटन, व्यापा और परिवहन), अवस्थापना तत्व और सेवाओंं का अध्ययन करता है.

एतिहासिक भूगोल

यह भूगोल क्सेत्र को संगठित करने वाली प्रक्रियाओंं का अध्ययन करता और भौगोलिक तत्वो में सामयिक परिवर्तन की व्याख्या करता है.

राजनीतिक भूगोल

किसी क्षेत्र की राजनीतिक घटनाओ की दृष्टि से देखता है और सीमाओं, निकटस्थ पड़ौसी इकाइयों के मध्य भू-चैन्यासिक संबंध, निर्वाचन क्षेत्र का परिसीमन एवं चुनाव परिदृश्य का विश्लेषण करता है. यह भूगोल जनसंख्या के राजनीतिक व्यवहार को समझने के लिए सैद्धांतिक रुपरेखा भी विकसित करता है.

जीव भूगोल

जीव भूगोल

इसमें पशुओ और उनके निवास क्षेत्र के स्थानिक स्वरुप एवं भौगोलिक विशेषताओ का अध्ययन किया जाता है.

वनस्पति भूगोल

यह प्राकृतिक वनस्पति का उसके निवास क्षेत्र में स्थानिक प्रारुप का अध्ययन करता है.

पारिस्थैतिक विज्ञान

इसमें प्रजातियों के निवास और स्थिति क्षेत्र का वैज्ञानिक अध्ययन किया जाता है.

पर्यावरण भूगोल

इस भूगोल के अंतर्गत पर्यावरणीय समस्याओं (भूमि-ह्रास, प्रदूषण, संरक्षण आदि) का अध्ययन किया जाता है.

प्रादेशिक उपागम पर आधारित भूगोल की शाखाएँ

  1. वृहद, मध्य, लघुस्तरीय प्रादेशिक / क्षेत्रीय अध्ययन
  2. ग्रामीण / इलाका नियोजन तथा शहेर और नगर नियोजन
  3. प्रादेशिक विकास
  4. प्रादेशिक विश्लेषण

दर्शन

इस शाखा के अंतर्गत भौगोलिक चिंतन और भूमि एवं मानव पारिस्थितिकी का समावेश होता है.

विधितंत्र और तकनीक

भूगोल की इस शाखा के अंतर्गत सामान्य एवं संगणक आधारित मानचित्रण, परिणात्मक तकनीक / सांख्यिकी तकनीक, क्षेत्रे सर्वेक्षण विधियांं, भू-सूचना विज्ञान तकनीक (दूर संवेदन तकनीक, भौगोलोक सूचना तंत्र, वैश्विक स्थितीय तंत्र आदि) का समावेश होता है.

यह भी देखें: भूगोल एक परिचय / An introduction to the Geography

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